कुछ भीगे भीगे एहसास
चंद लम्हों का साथ
कुछ दिल में कैद मीठी यादें
वो खुशनुमा पल
वो बिखरें वादे

तेरे साथ गुज़ारा हुआ कल
वो दिल के किस्से,प्यार के पल
कभी हँसाते हैं,कभी रुलाते हैं
रातों को जगाते हैं
कुछ तन्हा सा कर जाते हैं

तेरे अक्स* के निशाँ
क्यूँ मुझे सताते हैं
क्यों लौट के वापस आते हैं
मेरे ज़हन में बस जाते हैं
जाने वाले तो एक दिन चले जाते हैं

*aks=shadow or reflection

Tags: Poetry

Sign In to know Author