ना हम नौकरी मांग रहे हैं ,
ना हम आरक्षण मांग रहे हैं ,
ना हम FDI का विरोध कर रहे हैं ,
ना हम महंगाई का विरोध कर रहे हैं ,
ना हम LPG के रेट बढने का विरोध कर रहे हैं ,
ना हम भ्रष्टाचार का विरोध कर रहे हैं ,
ना हम कोई हला कर रहे हैं ,
हम अपनी बेटी अपनी बहन के लिए इंसाफ मांग रहे हैं ,
हम एक सख्त कानून मांग रहे हैं ,
फिर हम पर ये अत्याचार क्यों ,
हम पर लाठिया क्यों ,
हम पर आंशु गैंस क्यों ,
हम पर पानी की बुछार क्यों ,
क्या इंसाफ मांगना जुलम है ,
क्या हम आजाद भी हैं ,
सोचना पड़ेगा ,
लोकतंतर जिन्दा भी है या नहीं ,
जय हिन्द..................................

Tags: Politics

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