मोहब्बत तो मोहब्बत है। ..
"नफरत" और " मजबूरी " में "कैसे" बदल गयी ऐ "साकी"
हर साथ सात जन्मो का हो जरुरी तो नहीं
हर मोहब्बत मुक्कमल हो ये जरुरी तो नहीं
इश्क़ करने का पहला सिद्धान्त ही तो अपना सब कुछ लुटा देना है ..
तो सबमें यु प्यार को पाने की होड़ सी क्यों मची है !!

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