सुनो, जब जा रही हो तो सब लेते जाना ,
जो तुमने दिखाया वो ख्वाब भी,
उस गुलशन का वो गुलाब भी,
ख्वाइशों की वो किताब सब, 
वो लहज़ा  और लिहाज़ भी।
वो बाद-ए-सबा, वो बारिशें ,
वो मुख़तलिफ़ फ़रमाइशें ,
वो शोखियाँ , गुश्ताखियाँ ,
उस सर्द का वो लिहाफ़ भी| 
तुम जा रही हो तो सब लेते जाना 
मैं क्या करूँगा उस शाम का, 
जो न हो सका तेरे नाम का ,
उस दौर का , दस्तूर का ,
तेरे लिए उस फितूर का ,
वो रात भी , वो बात भी ,
वो पहली पहली मुलाकात भी ,
तेरे दिए हर दर्द और 
उस दर्द का हिसाब भी| 
सुनो, जब जा रही हो तो सब लेते जाना

Tags: Love, Lonely, Missing

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