ख़à¥à¤¶à¥€ की मà¥à¤¸à¥à¤•ान चेहरे पर मेरे,
आई है फिर से, नैन है à¤à¤°à¥‡|
फिर वही ठिठोली, फिर वही समां,
à¤à¥‚ल गयी थी à¤à¤¸à¤¾ था मेरा जहाà¤|
नजमा वो दिल का फिर हà¥à¤† जवां,
था जो बंद कमरे में जहाठथा धà¥à¤†à¤‚|
धà¥à¤‚ठसे निकलने को दरवाज़े खोल दिà¤,
आज फिर सजाये हमने देखो कितने दिये|
आशाओं की लहर, खà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की महर,
लायी है आज की शाम, ठहरे शायद कà¥à¤› पहर|
बीतने पर à¤à¥€ इसके खà¥à¤¦ को गà¥à¤¦à¤—à¥à¤¦à¤¾ लूंगी,
याद कर के ये पल मà¥à¤¸à¥à¤•à¥à¤°à¤¾ लूंगी|
कोशिश करूंगी ये पल आये फिर कà¤à¥€,
तब तक, हाठतब तक यूà¤à¤¹à¥€ मà¥à¤¸à¥à¤•à¥à¤°à¤¾ लूंगी|