की जिस मकसद और जूनून से आम आदमी पार्टी चली थी

अगर उसपे कायम रहती तो ये मोदी मुलायम ममता आज अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे होते

परन्तु ऐसा हो न सका , राजनाति में उनको अभी थोड़ी और अनुभव की जरुरत है लेकिन जिस तरह से उन्होंने राजनीति में एक नयी क्रान्ति की शुरुवात की है वो प्रशंशिनिये है , विगत एक साल में जो उनकी ख्याति देश विदेश में फैली है वो बिलकुल आस्चयर्जनक है .

इस बार का चुनाव शायद बीजेपी जीत जाए और मोदी जी PM बन भी जाये परन्तु इससे देश का विकास सुनिश्चित होगा , कहना अतिश्योक्ति होगी .

ये जो गुजरात मॉडल की मार्केटिंग इस बार के चुनाव में की गयी है , उससे तो मोदी जी से उम्मीदें और बढ़ गयी है क्यूंकि अगर इस बार वो असफल हुए , तो उनका भी हाल आगामी चुनाव में वैसा ही होगा जैसा आम आदमी पार्टी का इस चुनाव में होने वाला है

देश की जनता का विश्वास अब मोदी जी के ऊपर है और मैं चाहूँगा की जैसा कृत्रिम विकास उन्होंने गुजरात में किया है वो भारत में दोहराने की कोशिश न करे..क्यूंकि अब युवा जगा है और जल्दी आँखें नहीं बंद करेगा . इस बार वो विकास अपनी आखों से देखेगा और अपने सवाल भी पूछेगा ..

आपको जो करना है कीजिये , लेकिन अगर युवा खुशहाल है तोह मेरा मानना है की देश खुशहाल होगा ..

अब और न हमको लड़ना मेरे मोदी

थक चुके है अपनों के खून धोते धोते

शुक्रिया

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