बाइक के पीछे नकाबपोश वो लङकी अपने कानोँ में ईयर फ़ोन ठूसे ‪#‎ITO‬ के शोर को नजरअंदाज कर रही थी. शायद V3S माँल जाने की बेचैनी थी.
बहुत मुश्किल से माँल का एक ‪#‎Unoccupied‬ कोना दिखा पर लोगो की घुरती निगाहोँ ने उसको भी चौराहा सा बना दिया....
चलो कहीँ और चलते हैँ , आइ एम नाँट फीलीँग ‪#‎Comfortable‬
कहाँ चले ? ये शहर एसा ही है ....नजरोँ मेँ सबके ‪#‎CCTV‬ कैमरा लगा है और अब तो केजरीवाल ने भी घोषणा कर दी है

-बारिश तेज हो रही है न ? चलो ना कहीँ छुप कर बूँदो से बाते करते है.
रास्ते मेँ मूलचंद फ्लाइओवर है , वहाँ चले क्या ?
-तुमको इस शहर का हर कोना पता न?
हाँ ! मुझे इस शहर से प्यार है , बहुत प्यार !!
-और मुझसे ?
मेरा शहर भी तो तुम्ही हो !!
- बस मालवीय नगर आ गयी बुद्धु
मैँ तो अभी भी मुलचंद पर हूँ !

कनांट प्लेस की सफेद और स्फेरीकल खंभे , इस इंतजार मेँ की आज कौन से जोङे को दिल्ली की घूरती निगाहोँ से बचाना है !!!
M ब्लाँक मेँ भीङ कम मिलती है ,वजह वहाँ के महँगे रेस्तराँ , जहाँ सैनिक फार्म और साकेत के हाइ क्लास पीपल देश की अर्थव्यवस्था को बदलने तक के नुख्से देते मिल जाऎँगे.
चलो न आज M block के किसी रेस्तराँ मेँ खाते है ?
- तुमने लिबाज से पुरा बदन ढका हुआ है , तुम संगम विहार सी लग रही हो , पूरा रेस्तराँ तुमको ऎसे घूरेगा की तुम निर्भया सी असहाय लगोगी!
तब क्या करें ?
- बगल से रेस्तराँ के गुजर जाते है !
उससे क्या होगा ?
- नजदीक आते ही फेसबुक पर ‪#‎CheckIN‬ अपडेट कर लेना , 10 लाइक्स और 6 कमेँट तो काफी है लंच के लिए
आईडिया अच्छा है
- चलो तब 10-10 के छोले-कुल्छे खाते है
अपडेट किया है - Feels great to have ‪#‎Italian‬ in my lunch
- अच्छा है ईटालीयन छोले कुल्छे ....वाह
‪#‎MetroLove‬

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