Pratap Singh

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रौद्र-रूद्र

(इस कविता में मैंने, सती वियोग में समाधिस्थ शिवजी की कामदेव द्वारा समाधि भंग Read More

आधी धरती…आधा आकाश

आधी आबादी हूँ आधी धरती और आधे आकाश पर मेरा अधिकार है. कब तक बहला -फुसला कर Read More

मेरा तो बस स्पर्श मात्र है

बोल तुम्हारे, भाव तुम्हारा, मेरा तो बस स्पर्श मात्र है प्रीत तुम्हारी, गीत Read More

प्रेम मेरा वासनामय

पाना नहीं मुझको तुम्हें बस कल्पनाओं में प्रिये जीना नहीं मुझको तुम्हें बस Read More

छोटी छोटी इच्छाओं पर...........

छोटी छोटी इच्छाओं पर, जी लेते हैं, मर लेते हैं यूँ ही हँसते- रोते, Read More

प्रणय राग

मनुष्य न तो केवल प्राण है और न ही केवल शरीर, अपितु दोनों का संगम है. प्राण और Read More

अच्छा लगता है

अच्छा लगता है कभी कभी अतीत के पन्नो को पलटना किसी पृष्ठ पर रुक कर उसे हौले से Read More

मेरे जज़्बात तुम बिन कम न होते

मेरे जज़्बात तुम बिन कम न होते। ख़ुशी से रूबरू पर हम न होते। रुतें आतीं तेरे Read More

तुम और कविता

कह नहीं सकता कि मुझमें पहले तुम जन्मी थी या कविता ? दादी के कहानियों Read More

स्मृति

तुम प्रतिष्ठित हो उस हर क्षण में जिससे होकर मैं गुजरता हूँ अदृश्य, Read More

करो सच्ची इबादत

करो सच्ची इबादत, फिर इबादत का असर देखो उफ़नती मौज़ पर बनती हुई एक रहगुज़र देखो Read More

रावण कभी भी तो न मारा जा सका

रावण कभी भी तो न मारा जा सका बस गात ही खंडित हुआ था वाण से श्रीराम के. वह Read More

मंथन

बिलोड़ लेने दो समय को हमारा जीवन-घट, अलग हो जाने दो एक एक अवयव । भँवर के तरंगों Read More

आह पे क्यों इतना हंगामा हुआ है

जाने गुलशन की फ़िज़ा को क्या हुआ है आज तो हर फूल ही सहमा हुआ है अब दरीचों से महज Read More

तुम मेरा प्यार हो

तुम मेरा प्यार हो..... तरुणाई के स्वप्नों की मिठास हो उषा की पहली किरन की उजास Read More

प्रतीक्षा

कभी तो ख़त्म होगी यह स्याह रात फिर तुम्हारी मुस्कराहट किरणों की पालकी चढ़ उतर Read More

हमारा रिश्ता

अभी तो बहुत चलना है हमें बहुत तपना है बहुत सहना है पीड़ा के चरम बिंदु पर मेरे Read More

तुम बिन

बीत गए हैं कितने ही दिन, बिन देखे ही तुमको उठती है इक हूक हृदय में हर पल चुभता Read More

मेरी सुबह- दो रंग

एक - -------- सुबह बहुत चमकीली हो जाती है जब रात भर मेरी पलकों में डोलती तुम्हारी Read More

मैं भूल गई थी

भूल गई थी कि मैं एक नारी हूँ.… मनुष्य नहीं, बस यही मेरी गलती है. भूल गई थी कि Read More



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